एनिमल: एक अनोखी कहानी
इस तथ्यपूर्ण फिल्म “एनिमल” के किस्से में हैरतअंगेज बदलाव का आरंभ होता है, जो तक़रीबन तीन घंटों के समय के दौरान हमें दिखाया जाता है। यह कहानी बूढ़े रणबीर कपूर से शुरू होती है और फिर वह हमें फ्लैशबैक में ले जाते हैं। स्कूल के विद्यार्थी विजय, जिनके पिता बलबीर सिंह (अनिल कपूर) एक अमीर व्यापारी हैं, अपने पिता को न केवल आदर्श मानते हैं, बल्कि उनसे दीवानगी से प्रेम करते हैं। उनकी छोटी सी कोशिश भी उन्हें उनके पिता के पास लाने में असफल बना देती है, क्योंकि उनका पिता व्यापार में इतना व्यस्त है कि उसे अपने बेटे के साथ समय बिताने का मौका नहीं मिल पा रहा है।
जब विजय युवा होता है, तो उसे अपने पिता को अपनी ओर आकर्षित करने की इच्छा होती है, लेकिन उसकी चुनौतीभरी हरकतें उसे उच्च वर्गीय समाज की आकृष्टि के सामने खड़ा कर देती हैं। इसके परिणामस्वरूप, उसे एक हैरान करने वाली और चुनौतीपूर्ण यात्रा का सामना करना पड़ता है जिसमें उसे अपने पिता के साथ कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
फिल्म के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने धृष्टिकोण और भावनाओं को सुनिश्चित रूप से मिश्रित किया है, जिससे यह कहानी दर्शकों के लिए रोचक और प्रेरणादायक बनती है। रणबीर कपूर ने अपने किरदार को उज्ज्वलता और गहराई से निभाया है, जिससे उनके प्रति दर्शकों का अभिवादन होता है। फिल्म में रणबीर कपूर की शानदार शैली और प्रदर्शन से, यह फिल्म दर्शकों को मनोहर करने के साथ-साथ सोचने पर आमंत्रित करती है।
‘एनिमल’ एक नई दृष्टिकोण और अनूठी कहानी के साथ आती है, जिसे दर्शकों को अवश्य देखना चाहिए। फिल्म का संदेश और शानदार अभिनय के साथ, यह एक अद्वितीय फिल्म है जो दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ सोचने पर मजबूर करती है।
मूवी रिव्यू: एनिमल
निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने अपनी नई फिल्म “एनिमल” में वीभत्स, भयानक, और रौद्र रसों का उत्कृष्ट उपयोग किया है। इन रसों का माहौल कहानी की शुरुआत से ही तय कर देता है, जो दर्शकों को गहराईयों में ले जाता है। हालांकि फिल्म की कहानी के साथ भावनात्मक संबंधों की विकसिती के साथ, कुछ दृश्य आपको हैरान कर सकते हैं, लेकिन यह समझाने का प्रयास करती है कि आखिर वास्तविकता और विचारशीलता के संघर्ष में अद्वितीयता कैसे उत्पन्न होती है।
फिल्म का पहला हाफ गति से भरा हुआ है, जैसे कि एक फ्लाइंग रानी का तेज उड़ान। वायलेंट सीन्स दर्शकों को चौंका देते हैं, लेकिन फिर वह दुनिया में आप खुद को पाएंगे। दूसरे हाफ में कहानी की रफ्तार थोड़ी गिरती है, लेकिन प्री-क्लाइमेक्स और क्लाइमेक्स दर्शकों को रोंगटे खड़े कर देते हैं। इस फिल्म में वायलेंस का प्रयोग उच्च वर्गीय समाज की भूमिका में, खासकर ‘गॉडफादर’ और ‘किल बिल’ जैसी फिल्मों को स्मरण दिलाता है।
रणबीर कपूर ने अपनी करियर की सबसे बेहतरीन प्रस्तुति की है, जिसमें उन्होंने अपने धारात्मक किरदार को ब्रिलियंटी से पेश किया है। उनका कारिश्माई अभिनय और विभिन्न भावनाओं को बयान करने की क्षमता उन्हें एक अद्वितीय अभिनेता बनाती है। फिल्म में रणबीर के साथ रश्मिका, अनिल कपूर, और बॉबी द्वारा प्रस्तुत किए गए अभिनय की बजाय, फिल्म की कड़ी मेहनत को साबित करने में सफल रहे हैं।
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी, म्यूजिक, और संगीत भी अपने क्षेत्र में प्रमुख रूप से योगदान करते हैं, जो दर्शकों को एक निष्कलंक अनुभव प्रदान करते हैं। फिल्म की कहानी ने सोशल इष्यूज़ और मानवीय भावनाओं को सार्थकता से जोड़ा है, जिससे यह दर्शकों के लिए रूचिकर और सोचने पर मजबूर करने वाली बनती है।
“एनिमल” ने वायलेंस, धारात्मकता, और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर चिंता करती है, और दर्शकों को एक अलग दृष्टिकोण से दुनिया को देखने के लिए प्रेरित करती है। यह एक अद्वितीय फिल्म है जो अपनी कहानी, अभिनय, और विशेष प्रभावों के लिए मूल्यांकन के लायक है।